केसर के लाभ और इसकी शुद्धता जानने के उपाय।

केसर

🌺 केसर का उपयोग दुनिया भर में इसके स्वाद और रंग के लिए किया जाता है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी है जिनमे में से एक यह है कि यह मंहगा मसाला है जो इसे सौंदर्य उत्पादों, भोजन और दवाओं का आवश्यक घटक बनाता है।

🌺 इसे आयुर्वेद में कुमकुम भी कहा जाता है।

🌺 कश्मीर का केसर जो पतला, लाल नारंगी रंग का और जिसमे कमल की तरह खुशबू होती है सबसे अच्छी गुणवत्ता का होता है।
🌺 शुद्ध केसर स्वाद में कड़वा होता है और जब इसको उंगलियों के बीच में रगड़ते है तक टूटता नहीं है और थोड़ा तैलीय महसूस होता है। जब इसे पानी में डालते है तो यह तैरता है और पानी का रंग बदल देता है लेकिन अपना रंग नहीं खोता है।

🌺 केसर के आयुर्वेदिक गुण

👉 यह स्वाद में कड़वा और तीखा होता है। कटु (तीखा) और तीखा (कड़वा) होता है।
👉 पतला।
👉 गर्म शक्ति में गर्म।
👉 तीनों दोषों को संतुलित करता है।

🌺 इसके कौनसे भाग इस्तेमाल किए जाते है
इसके फूलों की सूखा कलंकी

🌺 इसके स्वास्थ्य लाभ

👉 यह न केवल आपके भोजन में रंग और सुगंध लाता है बल्कि यह भूख और पाचन क्रिया में सुधार भी करता है।

👉 यह एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध है, एंटी-एजिंग के रूप में कार्य करता है, प्रतिरक्षा और स्मृति में सुधार करता है। 😎

👉 केसर अस्थमा के उपचार में सहायक होता है क्योंकि शरीर मै वायु का अनुलोमन करता है, और सूजन को कम करता है जिससे आसानी से साँस लेने में मदद होती है।👌

👉 यह त्वचा के लिए बेहद अच्छा होता है।😀 यह त्वचा के रंग को सुधारता है। त्वचा को साफ़ करता है , पोषण देता है , तेलीयता को कम, त्वचा को मुलायम और कीटाणुरहित करता है।
चेहरे के निशान या धब्बे , झाई, मुंहासे, फुंसी, काला मस/कील और घाव में उपयोगी है। 🤗

👉 यह सौन्दर्य-प्रसाधन उत्पादों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। यह कुंकुमादि तेल का मुख्य घटक है।

👉 यह रक्त को शुद्ध करता है।
👉 आँखों के लिए अच्छा है। 😍
👉 केसर हृदय के लिए टॉनिक है। 💓

👉 केसर पुरुषों में प्रजनन प्रणाली के लिए अच्छा है क्योंकि यह शुक्राणुओं की संख्या में सुधार करता है।

👉 यह महिला प्रजनन प्रणाली के लिए भी अच्छा होता है। मासिक धर्म से संबंधित समस्याओं में, गर्भावस्था के दौरान और प्रसवोत्तर के दौरान उपयोगी है। 👌

👉 कृमि संक्रमण होने पर उपयोग किया जाता है। 🐛

👉 इसको गर्भावस्था के दूसरे तिमाही से उपयोग करना चाहिए क्योंकि यह गर्भावस्था के दौरान कब्ज, गैस, मतली, सुबह की बीमारी, अम्लता आदि से छुटकारा पाने में मदद करता है और आसान प्रसव में मदद करता है। गर्भावस्था के पहले तिमाही में इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।🤰

👉 संधिवात गठिया (Rheumatoid Arthritis) में उपयोगी। 🦴

👉 आसान मूत्र प्रवाह में सहायक।

👉 इसमें अवसादरोधी क्रिया है। 😇
👉 यह अच्छी नींद में मदद करता है। 😴

👉 यह कायाकल्प करता है। 😃

👉 इसमें कैंसररोधी की क्रिया भी है।

इसका इस्तेमाल कैसे करें?? 🤔

*मिठाई में मिलाकर।
*दूध, शहद या घी में मिलाकर।
*लेप में मिलाकर लगाए।

🌺 ज्यादा मात्रा में इसका इस्तेमाल न करें। एक व्यक्ति के लिए एक दिन में इसकी 2-3 कलंकी पर्याप्त हैं।

इसके कुछ उपयोग

✅ केसर पाउडर को दूध के साथ पीने पर – नपुंसकता दूर होती है तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता और याददाश्त तेज होती है। 🌱

✅ चेहरे पर दूध या शहद के साथ केसर लगाने से रंगत में सुधार होता है, काले धब्बे, फुंसी, मुंहासे, झाईयां, आंखों के आसपास के काले घेरे और त्वचा की अन्य समस्याएं दूर होती हैं। 🌻

✅ सिरदर्द में इसका पेस्ट सिर पर लगाया जा सकता है।🌷

✅ माइग्रेन में केसर मिले घी की 2 बूंदों को दोनों नथुने में डाला जाना चाहिए।🌷

✅ प्रसव के बाद इसका उपयोग गर्भाशय को शक्ति प्रदान करता है।🌷

✅ माहवारी से तीन दिन पहले से और माहवारी के अंत तक इसे शहद या घी के साथ लेने पर यह माहवारी के दौरान भारी रक्तस्राव, दर्द, मासिकधर्म से पूर्व के लक्षण (पेट में दर्द और ऐठन, स्तनों में दर्द और सूजन आदि), और चिड़चिड़ापन से राहत देता है।🌷

✅ केसर और शीशम का पतला पेस्ट बनाएं और इसे दृष्टि में सुधार के लिए आंखों में लगाएं।🌷

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

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