चीज़ खाए या ना खाएं?? क्या बच्चों के लिये चीज़ अच्छा है?

क्या है चीज़?🧀

🧀चीज़  एक डेयरी उत्पाद है।
यह स्वाद और बनावट की विस्तृत किस्मों में आता है।

🧀यह दूध, नमक, बैक्टीरियल कल्चर और रेनेट एंजाइम  (बछड़ों के पेट से प्राप्त, अब अन्य स्रोतों का भी उपयोग किया जाता है)के साथ बनाया जाता है।

🧀चीज़ के प्रकार के  आधार पर चीज़  बनाने की विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाएं होती है।

🤔आयुर्वेद के अनुसार चीज़ के क्या गुण हैं?

👉आयुर्वेद में चीज़ का कोई सीधा उल्लेख नहीं है क्योंकि यह विदेश से भारत मे आया है ।

👉लेकिन आयुर्वेद में  उन उत्पादों के गुणों का उल्लेख है जो दूध को फाड़  के  बनते हैं।

👉चीज़ चिपचिपा, घना, कठोर, गर्म,पचने में भारी और तामसिक प्रकृति का होता है।

👉यह कफ और पित्त दोष को बढ़ाता है।

👉यह वात दोष को संतुलित करता है।

🤔चीज़ कौन खा सकता और किन्हें  इसे नही खाना चाहिये?

👉चीज़  खाने में स्वादिष्ट होता है यह प्रोटीन और फैट का अच्छा स्रोत है।

👉यह शरीर की ताकत को बढ़ाता है।

👉यह पाचन की आग को धीमा कर देता है (जो आयुर्वेद के अनुसार बीमारियों होने का मुख्य कारण होता है)।

👉अच्छी पाचन शक्ति वाले व्यक्ति ,ऐसे लोग जिनका वजन कम है और जिन्हें बार-बार भूख लगती है इसे खा सकते हैं।
मंदाग्नि(कम भूख), विषमाग्नि (कभी कम कभी अच्छी भूख)वाले व्यक्तियो को इसका सेवन नहीया कम करना चाहिये।

👉यह नींद लाने में मदद करता है।

👉जिनका वजन कम हो,वात प्रकृति या वात विकार हो वो चीज़ खा सकते है।

👉इससे कब्ज हो सकता है, दोषो को रोकता है।
👉जिन व्यक्तियों को मधुमेह, मोटापा,फैटी लीवर, थकान, खांसी, जुकाम हो उन्हें चीज़ नही खाना चाहिये।

🤔चीज़ खाने से पहले और क्या ध्यान रखे?

👉इसे ज्यादा मात्रा में और रोज  ना खाएं।

👉चीज़ से बने व्यंजन  दिन के खाने  में खाए ।
👉गर्मी और बसंत के मौसम में इसका सेवन नही करे।

🤔चीज़ और पनीर में  क्या अंतर है?
👉चीज़ और पनीर दोनो ही दूध को फाड़ कर बनाए जाते है परंतु चीज़ और पनीर  बनने की प्रक्रिया में अंतर होता है ।
👉चीज़ की तुलना में पनीर ताजा,मुलायम और पचने में हल्का होता है।

🤔क्या भारत की जलवायु के अनुसार चीज़ खाना अच्छा है?

👉भारत देश में जहा ज्यादातर मौसम गर्म होता है इसका सेवन ठीक नही।
👉जिन  देशों में ठंड ज्यादा होती है  वहा के लोगो की पाचन क्षमता अच्छी होती है  और बर्फीले मौसम में जब खाने की वस्तुएं कम उपलब्ध होती है चीज़ जो  ऊर्जा ,न्यूट्रिएंट्स  का अच्छा स्रोत होने के साथ खराब भी नही होता है और लंबे समय तक इसे स्टोर करे सकते है अतः
उनके लिये चीज़   उपयोगी  है ।

🤔चीज़ बच्चों के लिये अच्छा है?
👉बच्चों की पाचन शक्ति कम होती है और  उनमे कफ प्रधान होता है इसलिये चीज़ उनके लिये ठीक नही।

🤔चीज़ को पचाने के लिये क्या करे?

👉यदि आपको चीज़ खाना है पर पचता नही है तो इसके बने व्यंजन खाने से पहले अदरख का छोटा टुकड़ा और नमक को चबा चबा कर खाए।

👉इसके सेवन के बाद गरम पानी में नींबू का रस डाल के पिये।

👉रात में हरड़ ले ।

टेलीविज़न के विज्ञापन देख कर नही बल्कि अपने प्रान्त,आयु,अवस्था और मौसम के अनुसार भोजन करे और स्वास्थ्य रहे।

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

2 thoughts on “चीज़ खाए या ना खाएं?? क्या बच्चों के लिये चीज़ अच्छा है?

  1. Very useful information are being given by you ,I always read the article which is the best for our health .
    Once again send me about water as how much we drink.once you sent is deleted or not found.
    Thanx n regards

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