
करेला या कारवेल्लक
☘️अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आयुर्वेद 6 रस मीठे, खट्टे, नमक, कड़वे, कसैले और तीखे स्वाद का उपयोग करने को बताया गया है। 🌹
🌱करेला कड़वे स्वाद वाली सब्जी है जो स्वस्थ स्थिति में और कई रोग स्थितियों में आहार का हिस्सा होना चाहिए। 👍
🌱 कोरोना रोगी को करेले की सब्जी देवे।
☘️यह स्वाद में कड़वा और तीखा होता है।
☘️यह पचने में हल्का , शुष्क, गर्म और तीक्ष्ण प्रकृति का है।
☘️यह कफ और पित्त दोष को संतुलित करता है ।
☘️इसकी पत्तियों और फलों का औषधीय महत्व है।
🌷 करेला के उपयोग किन परिस्थितियों में अच्छा है??
☘️ यह भूख और पाचन शक्ति में सुधार करता है, इसकी सब्जी या रस 🤤 ले।
☘️यह पेट साफ करने में मदद करता है। 🌾
☘️यह स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है क्योंकि यह एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध है। 🌹
☘️ यह श्वसन संबंधी विकारों में बेहद उपयोगी है जैसे सांस लेने में कठिनाई, खांसी, जुकाम और दमा। 🤧
🌱इसे बुखार के दौरान दिया जाना चाहिए। 🤒
☘️यह बवासीर के रोगियों के लिए बहुत अच्छी सब्जी है।
☘️यह मधुमेह के रोगियों के आहार का हिस्सा होना चाहिए, यह रक्त शर्करा के स्तर को तथा लगातार पेशाब आने को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसकी सब्जी या जूस लिया जा सकता है, लेकिन डायबिटिक व्यक्ति जिसका लगातार वजन कम हो रहा है, उसे दैनिक आधार पर इसके रस को नही लेना चाहिए।
🌱यह मूत्र पथ के विकार में उपयोगी है। 🌻 🌱इसका उपयोग त्वचा रोगों में आंतरिक और बाहरी दोनों तरह से किया जाता है। इसका रस या सब्जी का सेवन किया जा सकता है और इसके पत्तों या फलों का पेस्ट त्वचा पर लगाया जा सकता है।
☘️यह रक्त को शुद्ध करता है ।
☘️यह आंतों के कीड़े के इलाज में मदद करता है। 🐛
☘️यह घाव भरने में मदद करता है, पोस्ट ऑपरेटिव स्थिति में दिया जाना चाहिए। 🌸
☘️यह नाक से खून बहने, बवासीर और भारी महावारी जैसे रक्तस्राव विकारों में उपयोगी है। 🌼
☘️यह मोटे व्यक्ति के आहार का उपयोग करना चाहिए क्योंकि यह वजन कम करने में मदद करता है। 🌷
☘️ यह लीवर की रक्षा करता है, फैटी लीवर में उपयोगी है ।
☘️ इसका मलेरिया विरोधी प्रभाव है।,🦟
🌱 यह सूजन से राहत दिलाता है। 🌻
💝केरेला का उपयोग हृदय संबंधी विकारों में किया जाता है।
☘️यह रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। 🌷
☘️यह नई माँ के स्तन के दूध को शुद्ध करता है। यदि बच्चा लगातार खांसी, जुकाम या बार बार दूध निकल देता है तो करेला सब्ज़ी माँ को देना चाहिए ।
☘️ यह एक इम्यूनोमॉड्यूलेटर जड़ी बूटी है।
☘️इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए।
इसका उपयोग कैसे करना है?? 🤔
✅इसका ताजा रस 10 – 20 एमएल मात्रा में लिया जा सकता है ।
✅यह घी और मसालों के साथ पकाया जा सकता है और सब्जियों के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
👉घी में पका हुआ करेला एसिडिटी का कारण नहीं बनता है।
करेले के इतने उपयोग जानकर इस स्वास्थ्य के लिए अत्यंत ही लाभकारी सब्जी को सप्ताह में 2 से 3 बार भोजन में जरूर ले।