
क्या दिन में सोना😴अच्छा होता है? 🤔
आयुर्वेद के अनुसार दिन में सोना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।😯केवल रात को अच्छी नींद लेने की ही सलाह दी जाती है।👍विशेष रूप से यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो दिन में सोना बिल्कुल भी उचित नहीं है।
🌻 दिन में किसको कभी नहीं सोना चाहिए??
👉मोटे व्यक्तियों को।
👉वे व्यक्ति जो भारी तैलीय भोजन लेते है।
👉मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति।
👉व्यक्ति जिनके शरीर का प्रकार कफ है।
👉कफ दोष से संबंधित रोग जैसे खांसी, जुकाम, जोड़ों में अकड़न आदि।
आयुर्वेद के अनुसार कौन दिन में सोने सकता है?
👉वे व्यक्ति जो गले का अधिक इस्तेमाल करते है जैसे गायक, गुरु (Teachers), उद्घोषक (Announcers) आदि।
👉छात्र लंबे समय के अध्ययन के बाद।
👉मदिरापान के बाद।
👉कमजोरी की समस्या के रोगी।
👉बच्चों और बुजुर्गों को।
👉व्यक्ति, जो रात्रि पाली (Night Shift) में काम करते है।
👉व्यक्ति, जो लंबी दूरी की यात्रा करते हैं या जो नियमित रूप से यात्रा करते हैं।
👉कम वजन वाले व्यक्ति।
👉वात दोष के कारण अपच।
👉व्यक्ति जो अत्यधिक क्रोध या दुःख में हो।
उपरोक्त स्थितियों में वात दोष को संतुलित करने के लिए दिन में सोने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ नियमों के साथ।
🌻 क्या होता है जब कोई व्यक्ति नियमित रूप से दिन में सोता है??
🍁नियमित दिन में सोने से सूजन, मतली, सर्दी, सरदर्द (Migraine), त्वचा रोग, खुजली, याददाश्त में कमी, वजन बढ़ना, बुखार आदि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
🌻 कब सभी व्यक्ति दिन में सो सकते है??
😀केवल गर्मियों में ही हर व्यक्ति दिन में सो/झपकी ले सकता है क्योंकि अत्यधिक गर्मी के कारण शरीर थक जाता है और रात की तुलना में दिन लंबे होते हैं, इसके अलावा दिन में सोने से सख्ती से बचा जाना चाहिए।
🧐यदि अपरिहार्य (Unavoidable) परिस्थितियों के कारण किसी व्यक्ति को रात में जागना पड़ता है, जैसे रात की पाली में काम करता है, तो वह निम्न दो नियमों का पालन करते हुए दिन में सो सकता है।
1.खाना खाने के पहले सोए।
2.रात में जितना जगे है उसका आधा समय ही दिन में सोए।
😴अगर किसी को दिन में सोने की आदत है और वह इससे बच नहीं सकता है तो उसे केवल बैठे बैठे झपकी लेनी चाहिए।