
🤔खाना बनाने के लिए कौन सा तेल इस्तेमाल किया जाना चाहिए ??
👉 तेल चुनने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें
- उस तेल का उपयोग करें जो परंपरागत रूप से आपके क्षेत्र में उपयोग किया जाता है जैसे उत्तर प्रदेश सरसों के तेल , गुजरात में मुगफली के तेल मे और केरल में नारियल तेल का उपयोग किया जाता है।
यदि कोई व्यक्ति उत्तर भारत में नारियल के तेल का उपयोग करता है दैनिक खाना पकाने के लिए तो प्रकृति में मीठा, ठंडा और घना होने से नारियल तेल कफ को असंतुलित कर बिमारिया करने की संभावना बढ़ जाती है। - उस तेल का उपयोग करें जो आसानी से प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि बीजों से कम प्रयास या प्रक्रिया से तेल प्राप्त होता है जैसे तिल, सरसों आदि के तेल वही फलों या भूसी से तेल प्राप्त करने के लिए बहुत प्रक्रिया होती है ।
- आयुर्वेद के अनुसार तिल का तेल आंतरिक और बाहरी उपयोग के लिए सर्वोत्तम है।
- अपरिष्कृत तेल और एक बार फ़िल्टर्ड तेल का उपयोग करें।
- तिल, मूंगफली,सरसो और नारियल इन्ही के तेल का उपयोग भारत की जलवायु के अनुकूल है।
- फिर भी घी सर्वोत्तम है भोजन पकाने के लिये क्योंकि यह तीनों दोषो का शमन करता है ,भोजन के पोषक तत्वों के अवशोषण में मदत करता है और भोजन को हल्का बना देता है पचने में। इससे विशेष विटामिन मिलता है जो तेलो में नही होता है इसीलिये आयुर्वेदिक आचार्यो ने इससे नित्य भोजन में शामिल किया है ।
🤔रिफाइंड तेल का इस्तेमाल क्यों नहीं करना चाहिए?
👉रिफाइंड तेल कारखानों में बनाए जाते हैं जहां हेक्सान जैसे विलायक का उपयोग तेल निकालने के लिए किया जाता है, फिर इन तेलों को उच्च तापमान पर संसाधित किया जाता है, इसलिए इनमें प्राकृतिक तेल के अच्छे गुण नहीं होते हैं जब हम इन तेलों को पकाने के लिए गर्म करते हैं तो वे जहरीले प्लास्टिक जैसे पदार्थ में बदल जाते हैं। लिवर को नुकसान पहुंचाता है और धमनियों को भी बंद कर देता है यही कारण है कि आज युवा लोगों में भी फैटी लीवर और ब्लॉकेज बहुत आम हो गया है।
👉रेस्तरां, फास्ट फूड आउटलेट और बेकरी इस प्रकार के तेल का उपयोग करते हैं।
🤔क्या हम बार बार बचे हुए तेल का उपयोग कर सकते हैं ??
👉 नही, तलने के बाद बचे हुए या तेज आंच से जले हुए तेल का उपयोग नहीं करना चाहिए।
🤔 ऑलिव ऑयल सबसे अच्छा उपलब्ध तेल है ??
👉 नहीं, भारतीय खाना पकाने के लिए यह सबसे अच्छा विकल्प नहीं है सबसे पहले तो यह भारत का पारंपरिक तेल नहीं है और इसमें कम स्मोक प्वाइंट है जो भारतीय खाना पकाने के लिए उपयुक्त नहीं है।
👉अधिक मूल्य वाला ऑलिव ऑयल हमारे देश की जलवायु और हमारी मूल संरचना के लिए जरूरी नही है।
👉वही स्थानिक बीजों के तेल ताजा, पोषक ,हमारे लिए अनुकूल और सस्ते भी होते है ।
🤔 बिना तेल के खाना अच्छा है ??
👉 स्वस्थ स्थिति में आयुर्वेद खाने में तेल या घी का उपयोग करने की सलाह देता है क्योंकि कुछ पोषक तत्व वसा में घुलनशील होते हैं, साथ ही आयुर्वेद के अनुसार स्निग्धता युक्त भोजन भूख बढ़ता है,आसनी से पचाता है और शरीर को मजबूत बनाता है । रोग की स्थिति में तेल के उपयोग के बारे में वैद्य से परामर्श करें।
👉 घर में तो आप ध्यान से कच्ची घनी के तेल उपयोग कर लेगे पर पैकेट वाले खाने के हर समान में और बाजार के खाने में हानिकारक स्रोतों के तेल होते है अतः उनका उपयोग बहुत ध्यान से करे या बेहतर है बिल्कुल न करे।