आम – गर्मियो में क्यों खाए?जाने इसके अद्भुत लाभ।

🥭🥭आम

🥭हम सभी को आम पसंद होता है इसीलिए इसे हिंदी में आम कहा जाता है, आम को फलों का राजा भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें पौष्टिकता होती है। 😍

🥭 संस्कृत में इसके कई पर्यायवाची शब्द हैं जैसे आमरा, स्त्रीप्रिया, रसाला, मधुफला आदि।

🥭आयुर्वेद में आम के पेड़ के लगभग सभी भागों का उपयोग विभिन्न प्रयोजनों के लिए किया जाता है।

🤔 आम के गुण क्या हैं? 🌼

🥭 पके आम में प्रमुख मीठा स्वाद और थोड़ा कसैला स्वाद होता है।
🥭यह वात और पित्त को संतुलित करता है, कफ को बढ़ाता है। 🌷🌷

🥭 यह शक्ति में ठण्डा होता है, आमतौर पर लोग इसे गर्म प्रकृति का समझते हैं। 🌺

🤔आम के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं ??

🥭 आम अपने वात और पित्त संतुलन क्रिया के कारण गर्मियों के लिए बहुत अच्छा फल है, क्योंकि गर्मियों में वात और पित्त बढ़ जाता है और कफ कम हो जाता है।🌼🌼

🥭 यह अत्यधिक प्यास को नियंत्रित करने में मदद करता है।🥵

🥭 यह कब्ज और सूजन में उपयोगी है।😖

🥭यह मांसपेशियों और ताकत को बढ़ाता है, इसलिए जो लोग जिम में मांसपेशियों का निर्माण कर रहे हैं उनके लिए आम स्वादिष्ट और स्वस्थ विकल्प हैं।💪

🥭आम इम्युनिटी भी बढ़ाता है।🌼🌼🌼🌼

🥭 आयुर्वेद में इसे रसायन माना गया है जिसका अर्थ है कि यह एक स्वास्थ्य टॉनिक है जो सामान्य स्वास्थ्य में सुधार करता है।🌺🌺

🌺 यह थकान से राहत दिलाने में उपयोगी ।

🥭 यह त्वचा के लिए अच्छा है, यह त्वचा की रंगत में सुधार करता है, त्वचा का रूखापन दूर कर त्वचा को चमकदार बनाता है

🥭यह आंत के लिए अच्छा है।🌺🌺

🥭नाक से खून आना, मासिक धर्म के समय अत्यधिक रक्तस्त्राव आदि जैसे रक्तस्राव विकारों में भी आम फायदेमंद होता है।🌺🌺

🥭 आमरा महिला प्रजनन प्रणाली के स्वास्थ्य में सुधार करने में सहायक है, इसका उपयोग गर्भाशय की सूजन, एंडोमेट्रियोसिस, ल्यूकोरिया, अत्यधिक रक्तस्राव आदि के इलाज में किया जाता है।🌹

🥭आम दिल के लिए अच्छा होता है ❤️

🥭इसका उपयोग वात असंतुलन विकारों जैसे नसों का दर्द, लकवा आदि के इलाज में किया जाता है।👍🙏

🥭 यह मन को शांत करता है ।😇

🥭यह वीर्य की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार करता है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है।☘️☘️ यह स्वाभाविक रूप से पौरुष में सुधार करता है।🌷🌷

🤔अत्यधिक आम खाने से क्या दुष्प्रभाव हो सकते है और फिर क्या करें?

🥭आम के अधिक सेवन से पाचन अग्नि में कमी आती है जिससे अपच, कब्ज, गैस, बुखार, फुंसी आदि हो जाते हैं। 🙄

🤔 आम ठंडा होता है तो पिंपल्स क्यों होता है ??

🥭 इसकी ठंडी प्रकृति के कारण इसे अधिक मात्रा में लेने से यह पाचन अग्नि को कम करता है, वसा और कफ दोष को बढ़ाता है जिससे पिंपल्स हो जाते हैं।

🥭सोंठ के चूर्ण को पानी में या सोवरचल नमक या कला नमक को जीरा चूर्ण के साथ लेने से इन दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है और उपचार किया जा सकता है।

🥭गर्मियों में जामुन भी खाएं जो आम के गुणों के विपरीत होता है। 👍

🤔आयुर्वेद मैंगो शेक या आमरस के बारे में क्या कहता है?

🥭आयुर्वेद आमतौर पर दूध के साथ फल का उपयोग करने के खिलाफ है, लेकिन दूध के साथ आम की अनुमति है क्योंकि यह वात और पित्त को संतुलित करता है, भूख, स्वाद और वजन बढ़ाने में मदद करता है।

🤔जिन लोगों की पाचक अग्नि प्रबल होती है वे मैंगो शेक ले सकते हैं।
🥭दूध के साथ खट्टे आम ​​से परहेज करें।

🤔आम के बीज के क्या उपयोग हैं?
🥭जी हां आम के बीज और इसके बीज की गिरी उल्टी, दस्त, पेचिश, आईबीएस, जलन में भी बहुत उपयोगी है। 🌷🌷

🥭आम का आनंद लेने के बाद इसके बीज को सुखाकर उसका चूर्ण बनाकर भंडारित किया जा सकता है।

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

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