सत्तू- गर्मियों के लिये उत्तम आयुर्वेदिक और पारंपरिक पेय।

🌺🌾सत्तू

🌷सत्तू कई उत्तर भारतीय राज्यों का बहुत प्रसिद्ध और पारंपरिक पेय है। 🙂

🌷इसका उल्लेख चरक संहिता में मिलता है।

🌷सत्तू गर्मी के मौसम के लिए एक बेहतरीन पेय है।

🌷यह कई विकारों में भी उपयोगी है।

🌷इसका उपयोग यात्रा के दौरान किया जा सकता है।

🌷सत्तू पचने में हल्का, सूखा और ठंडा प्रकृति का होता है।

🌷यह एक स्वादिष्ट और बनाने में आसान रेसिपी है।

🌷गर्मियों में प्यास बुझाने और ऊर्जा के लिए सत्तू को कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम के स्थान पर उपयोग करे।

🤔सत्तू के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं ??

👉यह एक स्वास्थ्य टॉनिक है, यह समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है। ☺️

👉आंखों के लिए अच्छा है, गर्मियों में जब अत्यधिक गर्मी के कारण आँखों में सूखापन, जलन, लालिमा और खुजली हो सकती है तो सत्तू बहुत राहत देता है।😳

👉 यह गले के लिए अच्छा और गले से संबंधित समस्याओं में उपयोगी है।

👉यह कमजोरी दूर करता है और तुरंत ऊर्जा देता है। 💪

👉यह गर्मियों में उल्टी को ठीक करने में मदद करता है। 🤮

👉यह थकान को दूर करता है
परिश्रम, व्यायाम और कभी-कभी बिना कुछ किए भी थकान महसूस होने पर इसे ले। 😎

👉यह कम या अधिक भूख से राहत देता है।

👉 यह घाव भरने को तेज करता है।

👉यह संतुष्टि देता है।

🤔सत्तू पाउडर कैसे बनाते है ??
🌼इसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है

🌼इसे विभिन्न सामग्रियों जैसे जौ, गेहूं, चना, लजा, कुल्थी आदि से बनाया जा सकता है
🌼 अनाज को अच्छी तरह से धोकर कुछ घंटों के लिए भिगो दें, फिर धूप में अच्छी तरह सुखा लें। फिर इन्हे सूखा भुन ले फिर चक्की में पीस लें ।
🌼पेय बनाने के लिए एक या एक से अधिक सूखे भुने आटे का उपयोग किया जा सकता है।
🌼तैयार सत्तू चूर्ण बाजार में भी आसानी से मिल जाता है ।

🤔सत्तू पाउडर से ड्रिंक कैसे बनाएं?

🌻इसे स्वादानुसार मीठा या नमकीन बनाया जा सकता है.
🌻 गर्मियों में मीठा सत्तू पीने से तुरंत एनर्जी मिलती है।

✅नमकीन सत्तू – सत्तू पावडर लें, उसमें थोड़ा ठंडा पानी डालकर चिकना पेस्ट बना लें, फिर और पानी डाल दें, इसमें सेंधा नमक, काला नमक, भुना जीरा, नींबू का रस और पुदीने के पत्ते डालें, हरी मिर्च से परहेज करें क्योंकि गर्मी में मिर्च प्रयोग ठीक नहीं।

✅मीठा सत्तू – सत्तू पाउडर में ठंडा पानी डालें, फिर मिश्री या गुड़, इलायची और भुना जीरा डालें, अच्छे से मिला ले।

👉इसे बनाने के लिए मिट्टी के घड़े के ठंडे पानी का प्रयोग करें।

👉अपनी पसंद और स्वाद के अनुसार इस पेय को गाढ़ा या पतला बनाए ।

👉मधुमेह, हाइपोथायरायडिज्म, पीसीओडी, मोटापा और त्वचा रोगों में जौ सत्तू का प्रयोग करें।
👉जो लोग मजबूत शरीर चाहते हैं या भूत पतले है वे गेहूं, चना और जौ मिश्रित सत्तू खा सकते हैं।

🌱☘️सत्तू का प्रयोग करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए 🌾

✅इसका सेवन रात में नहीं करना चाहिए।
✅सत्तू खाने से पहले और तुरंत बाद में पानी नहीं पीना चाहिए।
✅ सत्तू ड्रिंक के बीच में पानी पीने से बचें।
✅इसका सेवन दिन में दो बार नहीं करना चाहिए।
✅भोजन के तुरंत बाद इसका सेवन न करें।
✅बहुत रूखी त्वचा और बेहद दुबले शरीर वाले व्यक्ति को सत्तू के पेय में घी मिलाना चाहिए।
✅ उच्च यूरिक एसिड की स्थिति में चना सत्तू से बचें।
✅सत्तू का चूर्ण सीधे लेने या गूंथ कर प्रोयोग से अच्छा है कि इसे पानी में मिलाकर पिया जाए।

अगर आपने अभी तक सत्तू नहीं पिया है तो इसे जरूर उपयोग करके देखे इस गर्मी में।

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

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