ग्रीष्म ऋतुचर्या- गर्मियो में कैसा हो आहार और केसी हो जीवनशैली ताकि सेहत अच्छी रहे।

🌷गर्मियों के आगमन के साथ, हमने गर्मियों की तैयारी शुरू कर देते है जैसे एयर कंडीशनर या कूलर की सर्विसिंग, पानी की बोतलें और आइस ट्रे को फ्रिज में रखना, आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स को रोज लेना , लेकिन ये चीजें वास्तव में गर्मी को संतुलित करने के लिए अच्छी नहीं हैं और भी बहुत कुछ है जो आप कर सकते हैं गर्मियों को अधिक आरामदायक बनाने के लिए और गर्मी से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए।🌞🌼🌼🌱

🌷 ️ग्रीष्म ऋतु दो महीने की होती है ज्येष्ठ और आषाढ़ ,जो लगभग मध्य मई से मध्य जुलाई तक होते है। ️👍🌼

🌷गर्मियों में भीषण गर्मी के कारण शरीर की ताकत और पाचक अग्नि दोनों कम होते हैं इसलिए गर्मियों का आनंद लेने के लिए आहार और दिनचर्या में कुछ बदलाव करना बहुत जरूरी है।🌞🌡️

🌷समय पर भोजन करें, भोजन न छोड़ें, इस मौसम में उपवास करने की सलाह नहीं दी जाती है, लेकिन खाना संयम से खाएं। ☘️☘️☘️

🌷गर्मी में शरीर को स्वाभाविक रूप से हल्का खाना चाहिए, इसलिए पचाने में आसान है और स्वाभाविक रूप से मीठा भोजन ले । 🍉🍇 🥥

🌷खाना पकाने के लिए घी का प्रयोग करें।

🌷दूध, मखन, मीठी लस्सी ले सकते हैं। दही और छाछ से परहेज करें। 🌞

🌷पुराने चावल, मूंग की दाल, गेहूं और जौ खाएं। 🌱

🌷मसालेदार, तला हुआ, सूखा, बासी भोजन, इमली, आचार, बेसन अत्यधिक ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम, शीतल पेय और आइस्ड पेय से बचें। ❌

🌷शहद का प्रयोग प्रतिबंधित करना चाहिए।❌

🌷 मौसमी सब्जियां जैसे खीरा, लौकी, परवल, तुरई, कद्दू, चौलाई आदि खाएं। ✅

🌷गाजर, मूली, मटर, प्याज, लहसुन, अदरक, बैंगन आदि सब्जियों से परहेज करें, मौसमी सब्जियों का ही सेवन करें क्योंकि मौसम में हमें जो मिलता है वह हमारे शरीर की मौसमी आवश्यकता के अनुसार प्रकृति द्वारा प्रदान किया जाता है, जिसका हमें अपने लाभ के लिए सम्मान करना चाहिए। . ☘️🌱🙏

🌷पके मीठे रसीले फल जैसे आम , लीची, तरबूज🍉, स्क्वैश, अनार, सेब, अंगूर🍇, नाशपाती आदि का सेवन करें। ☘️☘️

🌷भीगे हुए मेवे, किशमिश, बादाम और खजूर ले सकते हैं। 🌱

🌷आहार में धनिया, सौंफ, इलायची और आंवला शामिल करें। 🌼

🌷अदरक, काली मिर्च, सरसों कम मात्रा में खाएं।

🌷खूब पानी पिएं। ठंडे पानी के लिए मिट्टी के घड़े के पानी का प्रयोग करें। फ्रिज के ठंडे पानी से बचें क्योंकि इससे वात बढ़ता है और प्यास नहीं बुझती है।✅

🌷 घर में बने शरबत जैसे गुलाब के शरबत, खस, सौफ और नींबू पानी का सेवन करे ,कच्चे आम का पन्ना भी अच्छा होता है।🍹

🌷सप्ताह में तीन से चार बार नारियल पानी, गन्ने का रस, सत्तू या गुड़ का पानी पिएं। ✅

✅शराब से पूरी तरह परहेज करें❌

🌷गर्मी में जल्दी उठें। रात 10 से 11 बजे के बीच सोएं। ✅

✅वात संतुलन के लिए नहाने से पहले तेल से मालिश करें, सोने से पहले पैरों की मालिश करें।

🌷नहाने के लिए ठंडे पानी का इस्तेमाल करें।

🌷वजन में हल्के, पतले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें।

🌷शरीर के लिए चंदन, गुलाब की प्राकृतिक सुगंध का प्रयोग करें।

🌷मोती के आभूषण पहनें।

🌷फूलों से घर को सजाएं। 🌼🌼🌼

🌷अत्यधिक शारीरिक श्रम से बचें, अपनी शक्ति के अनुसार आधा व्यायाम करें।

🌷गर्मियों में, दोपहर की झपकी लेने की अनुमति है, लेकिन दोपहर के भोजन के तुरंत बाद इससे बचें।

👉 दोपहर में घर के अंदर रहें, धूप में छाते का प्रयोग करें। 🌄

🌷तेज धूप में निकलने के तुरंत बाद ठंडा पानी पीने या नहाने से बचें। 🏖️

👉 प्रकृति के करीब रहें, ️🏝️🌛 उद्यान, नदी, सूर्य और चंद्रमा का आनंद लें।

🌷चांदनी में टहले।🌌🌙

🌷त्रिफला का प्रयोग करें क्योंकि यह शरीर से अतिरिक्त गर्मी को बाहर निकालता है। ✅

🌷ब्राह्मी, गिलोय, कुटकी, शतावरी, एलोवेरा आदि जड़ी-बूटियाँ भी शीतलता प्रदान करती हैं, ️कोई भी जड़ी-बूटी शुरू करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें।🌼🌼🌺

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

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