मेथीदाना को भोजन में जरूर शामिल करें यह हॉर्मोन बैलेंस करता है ,मोटापा कम करता,दर्द से राहत देता और बहुत लाभ है इसके।

मेथीदाना (मेथी के बीज)

🍀मेथीदाना को संस्कृत में मीथिका के रूप में जाना जाता है जिसका अर्थ है मेधा या बुद्धिमत्ता में सुधार करने वाली। 😇

🍀मेथीदाना विटामिनों से भरपूर है जैसे विटामिन B6, विटामिन A, C, K और खनिज जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता, तांबा और पोटेशियम।

🍀यह स्वाद में कड़वा और प्रकृति में गर्म होता है। यह वात और कफ दोष को संतुलित करता है।

🍀मेथीदाना के उपयोग

👉कब्ज, सूजन, जठरशोथ में उपयोगी – इसके पाउडर को छाछ मे मिलाकर ले या पानी में रात भर मेथी के बीज को भिगोकर रखें और सुबह इस पानी को छान कर पी ले।

👉यह क्षुधानाश/अरुचि होने (Anorexia) में उपयोगी है – इसे चबाएं।

👉सभी प्रकार के जोड़ों के दर्द, कटिस्नायुशूल (sciatica) और पक्षाघात(paralysis) में उपयोगी – इसे आंतरिक रूप से और साथ ही इसके बीज के गर्म पेस्ट का उपयोग बाहरी रूप से किया जा सकता है जिससे दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिलती हैं।

👉ठंड के मौसम के कारण हुए बुखार में इसका उपयोग किया जाता है।

👉यह शरीर और मन की थकान से छुटकारा दिलाता है।

👉स्तनो के दूध में सुधार – स्तनपान कराने वाली मां को दिन में एक या दो बार 5 से 10 ग्राम इसके बीज का पाउडर या इससे बने लड्डू दें।
👉इसे प्रसव के बाद दिया जाना चाहिए क्योंकि यह माँ बनी महिला के शरीर में वायु को नियंत्रित करता है। दर्द को रोकता है,वजन को बढ़ने से रोकता है। माहवारी को सामान्य करता है। गर्भाशय को साफ और मजबूत करता है।

👉रक्तवसा (Cholesterol) के स्तर को कम करता है।

👉मोटापा, Fatty Liver, अवटु-अल्पक्रियता (Hypothyroidism), PCOD और गांठ (Fibroid) में उपयोगी।

👉मधुमेह – इसका 5 ग्राम पाउडर या रात भर पानी में भिगोए हुए बीज सुबह खाली पेट लें।

👉 बालों के विकास में उपयोगी।
तैलीय खोपड़ी (Oily Scalp) और रूसी (Dandruff) होने पर उपयोगी – इसके बीजों का पेस्ट या इस पेस्ट को एलोवेरा जेल के साथ मिलाकर खोपड़ी (Scalp) पर लगाए और इसे लगाने के 30 मिनट के बाद धो ले। इसके पत्तों का रस रूसी (Dandruff) में भी लगाया जा सकता है।

👉गले में खराश- इसके बीज को पानी में उबालें, इसे छानें और इस पानी को गरारा (Gargle) के लिए इस्तेमाल करें।

👉बार-बार पेशाब आने की समस्या के उपचार में मददगार।

👉यह कफ दोष के कारण होने वाले त्वचा के विकारों में उपयोग करने के लिए अच्छा है – इसका आंतरिक रूप से उपयोग करें, बाहरी स्तर पर इसका पेस्ट भी लगाएं।

मेथी का उपयोग कैसे करें??

👉 इसके बीजों या पत्तियों की घी के इस्तेमाल के साथ सब्जी भी बनाई जा सकती है।
👉 इसके पानी का उपयोग किया जा सकता है।
👉 इसके बने लड्डू का उपयोग वात विकारों में और प्रसव के बाद किया जा सकता है।

खुराक/मात्रा (Dose) – 3-5 ग्राम बीज पाउडर।

इससे कब बचना है ??

मेथीदाना या मेथी के बीज शक्ति में गर्म होते है। इसलिए इसे निम्नलिखित स्थितियों में इसे टाला जाना चाहिए –
❌ शरीर में अत्यधिक गर्मी होने पर।
❌ दस्त (Diarrhea) में।
❌रक्तस्राव विकारों जैसे नाक से खून बहना और माहवारी के समय भारी मात्रा में रक्तस्राव।
✅बच्चों के लिए सुरक्षित।
✅ गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग
कम मात्रा में करें।

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

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