जाने उपवास कब,कैसे और क्यों करे।

🌻 उपवास कई धर्मों और भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है।

🌻 उपवास का न केवल आध्यात्मिक महत्व होता है बल्कि यह स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने और पुनः सही करने के लिए भी महत्वपूर्ण होता है।

🌻 उपवास स्व-सफाई (Self-cleaning) की एक विधि है। इसके मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ होते हैं।

🌻 आयुर्वेद में उपवास उपचार के प्रकारों में शामिल हैं।

🌻 लेकिन यह जानना जरूरी है कि उपवास को कब, कैसे और कितने करने चाहिए।

🌻 उपवास कई प्रकार के होते हैं। आपको निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखते हुए अपने उपवास का प्रकार चुनना चाहिए –

✅ आपकी मानसिक शक्ति और इच्छा शक्ति।

✅ पाचन क्षमता।

✅ शरीर का प्रकार (प्रकृति)।

✅ आपकी खाने की आदतें।

उपवास कब करें?🧐

👉 जब आप थका हुआ, सुस्त, भारीपन महसूस करते हैं। पाचन संबंधी समस्याएं गैस, डकार, सूजन आदि से पीड़ित होने पर। जब आपकी जीभ पर सफेद परत जम जाती है तो यह उपवास करने और विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने का समय होता है।

👉 आप आध्यात्मिक दिनों में, सप्ताह में एक बार, महीने में एक बार या ऋतु परिवर्तन के दौरान भी उपवास कर सकते हैं।

🤔 उपवास के विभिन्न प्रकार क्या हैं??❓❓

👉 केवल नाश्ते को छोड़ना।

👉 लंच या डिनर या दोनों को ना खाना।

लंच या डिनर में कोई भी सामान्य भोजन या व्रत का भोजन जैसे कि घी में पकाया जाने वाला एक प्रकार का अनाज (Buckwheat), समक, साबूदाना, राजगिरा आदि किया जा सकता है।

👉 पानी उपवास – पूरे दिन केवल गर्म पानी पीना।

👉 जूस उपवास

👉 फल उपवास

👉 वनस्पति उपवास (Vegetable Fasting)

👉 ना खाना ना पानी उपवास।

✅ आप आपके लिए उपयुक्त उपवास के प्रकार का चयन आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लेने के कर सकते हैं:

👉 खिचड़ी उपवास (दिन में एक बार खिचड़ी) सभी को करने की सलाह दी जाती है।

👉 फल या जूस पर उपवास करने की सलाह एक स्वस्थ व्यक्ति को ही दी जाती है।

🤔 उपवास के क्या लाभ हैं??

🌺 शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।

🌺 पाचनतंत्र मजबूत करता है।

🌺 हल्कापन और चेहरे पर चमक महसूस होती है।

🌺 उपवास, मानसिक रूप से स्पष्टता प्रदान करता है। मानसिक कौशल में वृद्धि करता है। मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार करता है। मानसिक शक्ति और इच्छा शक्ति में वृद्धि करता है।

व्रत किसे नहीं करना चाहिए?❓🤔

🌷 बहुत युवा।

🌷 बहुत वृद्ध।

🌷 गर्भवती महिलाएं।

🌷 जो महिलाएं नई नई मां बनी हो और स्तनपान कराती हैं।

🌷मासिक धर्म (माहवारी) के दौरान।

🌷 जिन व्यक्तियों का वजन कम होता है उन्हें उपवास नहीं करना चाहिए।

👉 यदि आप कोई दवाई लेते है या कोई मेडिकल समस्या है तो आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करके जान सकते है कि आप उपवास कर सकते हैं या नहीं।

Published by Dr. Amrita Sharma

I am an ayurvedic practitioner with experience of more than a decade, I have worked with best ayurvedic companies and now with the purpose of reaching out people to make them aware about ayurveda which is not just a system of treatment but a way of living to remain healthy

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