
🌺 मधुमेह या डायबिटीज
आहार और जीवन शैली के सुझाव
🌱 अच्छे आहार से डायबिटीज जैसी बीमारी को ठीक करने में मदद मिल सकती है। 🙏
🌱आयुर्वेद में कहा गया है कि कोई भी दवा भोजन के समतुल्य नहीं है, केवल उचित आहार प्रबंधन से कई बीमारियाँ ठीक हो सकती हैं।
🌴 जब भी किसी को पता चलता है की डायबिटीज है तो कई सुझाव दिए जाते हैं कि यह मत खाओ और वो मत खाओ , व्यक्ति को लगता है जैसे उसके खाने को कुछ बचा ही नही है वह इतना निराश हो जाता है की कई बार वे किसी भी नियम का पालन नहीं करना चाहते हैं और इसी बेस्वाद नापसंद वाले खाने से उन्हे तनाव रहने लगता है । 🙄
🌱 अतः व्यक्ति की पसंद, उम्र, मौसम, दिन के समय, क्षेत्र और जीवनशैली के अनुसार स्वस्थ और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों के साथ मधुमेह से ग्रस्त व्यक्ति के आहार की योजना बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। 🌹🌺
🌱 भोजन की योजना इस तरह से बनाई जानी चाहिए कि वे दिखने में अच्छे और स्वाद में स्वादिष्ट लगें,साथ ही उन्हें आसानी से उपलब्ध सामग्री और आसान प्रक्रिया के साथ तैयार किया जा सकता है। 🌴🌺🌻
🌱 अलग-अलग पदार्थों से बने मन पसंद खाने को खाने से भोजन का उचित पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण अच्छे से होता है है। 😋😍
🌱उचित आहार मधुमेही व्यक्ति को रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और मधुमेह की जटिलताओं को रोकने में भी मदद करता है। 🌼🌻
🌱 दो प्रकार के मधुमेह के व्यक्ति होते हैं पहला जो मोटे होते हैं उनके लिए सूखा, खुरदरा, कड़वा स्वाद और कफ हर आहार की योजना बनाई जानी चाहिए दूसरे होते है दुबले या क्षीण व्यक्ति हैं जिनके लिए पौष्टिक और वात हर संतुलित भोजन की योजना बनाई जानी चाहिए। 👍🌼
🌱 आहार के आयुर्वेदिक नियमों का पालन करें। एकाग्रता के साथ तय समय पर खाएं, न कम या ना अधिक खाए, पेट के 1/3 भाग को खाली छोड़े।
🌱कम पौष्टिक, भारी और उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड ना ले।
👉वात और कफ संतुलन करने वाला आहार लेने की मधुमेह में सलाह दी जाती है।
👉प्रत्येक भोजन का समय निर्धारित करें जैसे सुबह 8 बजे नाश्ता, 10 बजे फल, दोपहर का खाना 12.30, शाम का नाश्ता 4 बजे और शाम का खाना 7 बजे।
👉मिलेट्स डायबिटिक के लिए अच्छे विकल्प हैं क्योंकि वे भारी होते हैं इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन नहीं कर सकते हैं, वे परिपूर्णता का एहसास देते हैं और शुगर में परिवर्तित होने में समय लेते हैं अतः वे तुरंत ब्लड शुगर लेवल नही बढ़ाते है।
👉दोपहर के भोजन और रात के खाने के लिए 7 दिनों के अनुसार सब्जी ,दाल आदि की योजना बनाई जा सकती है।
👉रोटी के विकल्प – जौ की रोटी, बाजरे की रोटी, ज्वार, सब्जी भरकर रोटी, रागी रोटी और गेहूं की रोटी।
🌱बजरा खिचड़ी वृद्ध लोगों के लिए अच्छा विकल्प है।
🌱दालें- मूंग, कुलथी, चना, मसूर और तूर दाल।
👉 दाल मखखानी ना खाए।❌
👉फल कैलोरी में कम, पौष्टिक और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं
फलो में – अनार, सेब, आम, अमरूद, अंगूर, नारंगी और पपीता ले सकते है। 🍎🍇🍒🍓🍊🍍
👉सब्जी में जैसे परवल, करेला,कुष्मांड , स्नेक गार्ड, लौकी, तुरई, कुंदरू, सहजन की फली , पत्तेदार सब्जियों को कम या घी और मसालों में पकाकर इस्तेमाल करना चाहिए। 🍆🥥🥕
❄️ मशरूम और मूल वाली सब्जियां का अत्यधिक उपयोग न करे।
❌अधिक मात्रा में कच्ची सब्जियां ना खाए
✅तेल – तिल, सरसों और घी का उपयोग खाना पकाने के लिए करे।
✅ दैनिक भोजन में सेंधा नमक उपयोग करे।
✅ ड्राई फ्रूट्स, मखाने,मेथीदाना,दालचीनी, इलाइची,तेजपत्ता,कालीमिर्च आदि भोजन में ले।
✅मेथी के पत्तो को सब्जी, रोटी या दाल मेथी के रूप में उपयोग करे। ✅
👉 चावल के स्थान पर रागी, जौ की इडली बनाने के लिए उंगली बाजरा।
✅ मेथी पाउडर और छाछ के साथ चावल का सेवन करें।
👉 नूडल्स, मंचूरिया, पिज्जा बेस को रागी, जौ जैसी सामग्री के साथ तैयार करें।
🌺सुबह के पेय जो खाली पेट लिया जा सकते है –
✅ बेल के पत्तो का ताजा रस काली मिर्च के साथ
✅गिलोय का क्वाथ।
✅अमला का रस हल्दी के साथ
✅ त्रिफला काढ़ा हलदी के साथ
❌ अत्यधिक पतले मधुमेह रोगी को कड़वी सब्जी का रस ज्यादा या रोज नही लेना चहिए।
🌺 नाश्ते के लिए कुछ व्यंजन
👉भिगोए और उबली हुए दाल जैसे मूंग, चना या मेथी के बीज में कटी हुई सब्जियां जैसे ककड़ी, प्याज, टमाटर, हरा धनिया, चुकंदर, गाजर आदि मौसम अनुसार मिलाएं ,इसमें नींबू रस,हरा धनिया, खिसा हुआ नारियल, कड़ी पत्ता,नमक,कालीमिर्च मिला कर ले। 🥗 Il
👉 मूंग या चना दाल का चिल्ला।
👉 रवा, पोहा और सब्जियों के कटलेट।
👉जौ की दलिया और उपमा लें सकते है।
👉 जौ की खिचड़ी – जौ, चना दाल, अदरक, मूंगफली, हल्दी, नमक को पानी में पका ले फिर घी, जीरा, सरसों, करी पत्ता से तड़का लगाए, नारियल, नींबू के रस ऊपर से डाले ।
🌱सूप
चावल, लाजा (पफ्ड राइस), मूंग दाल या मसूर दाल का सूप, आंवला, लहसुन, काली मिर्च, हिंग, अदरक, धनिया पत्ती डालकर लिया जा सकता है।
🌱 पेय
👉छाछ को लेना चाहिए क्योंकि यह शरीर के स्रोतो को साफ करती है, सूजन को कम करती है, इसमें भुनी हुई मेथी, जीरा, आंवला पाउडर, जामुन बीज पाउडर , करी पत्ता, धनिया पत्ता आदि मिला सकते है I
👉दूध हल्दी, काली मिर्च, इलायची आदि के साथ लें।
👉रागी के साथ उबला हुआ दूध भी स्वस्थ और पौष्टिक विकल्प है।
🌱कोकम ड्रिंक – कोकोम में पानी में भिगोए उसमे भुना जीरे, सरसों, लहसुन, काली मिर्च, सोंठ, नमक और करी पत्ता का पाउडर मिलाएं, और छान कर पिए।
👉 खट्टा रस हृदय के लिए अच्छा होता है और डायबिटीज में हृदय की बीमारियां होने का खतरा होता है तो नींबू, आमला, कोकम जैसे पदार्थ अच्छे है उनके लिए।
❌अल्कोहल ना ले
❌दूध और दूध उत्पादों का अत्यधिक उपयोग न करे।
❌ दही ना लें।
❌गुड़ और उसके उत्पादों ना ले
❌नए कटे हुए अनाज का सेवन न करे।
🌺विहार संबंधी टिप्स
👉 दिन में नींद न ले।
👉 रात 10 बजे तक सो जाए,सुबह 5-6 बजे के बीच जागें।
👉नियमित व्यायाम, योग, प्राणायाम, पैदल चलना कम से कम 1 घंटे के लिए करे ।
👉 नहाने से पहले पूरे शरीर की मालिश, सोने से पहले पैरो के तलवों की मालिश करे।
✅ कभी भी प्राकृतिक आग्रहो को न रोके।
✅ नकारात्मक भावनाओं को रोके।
👉 पंचकर्म चिकित्सा ली जा सकती है जो विशेषतः वजनी मधुमेह रोगी के लिए लाभकर है , आँखों की रक्षा के लिए आयुर्वेदिक उपचार जैसे तर्पण को लिया जा सकता है, तनाव को ठीक करने के लिए शिरोधारा करवा सकते है।
🌱 मधुमेह के लिए आयुर्वेदिक उपचार,आहर और विहार परामर्श का पालन करे।✅